Sunday, 25 October 2020

विज्ञात सिद्धि छंद विधान उदाहरण सहित


 आज शारदीय नवरात्रि की नवम तिथि जो सिद्धिदात्री माता को समर्पित रहती है माँ वीणापाणि की कृपा दृष्टि मंच पर आज भी देखने को मिली है 

अब तक मंच पर आप सभी के समक्ष प्रकाश में जो छंद आये हैं। इन छंदों में यथा शक्ति, यथा सामर्थ्य आप सभी ने सृजन का सार्थक प्रयास किया है। आप सभी ने जितने मनोवेग से इन्हें लिखा है उतने ही ये सरल लगने लगे हैं। इन नूतन छंदों के सृजन में आपने जो अपनत्व, स्नेह, सम्बल सहित स्नेहाशीष मुझे प्रदान किया मैं कृतज्ञ हूँ। और बड़े हर्षित हृदय के साथ यह कृतज्ञता ज्ञापित करता हूँ। 


कलम की सुगंध छंदशाला प्रमुख मंच संचालिका अनिता मंदिलवार सपना, विज्ञात नवगीत माला प्रमुख मंच संचालिका नीतू ठाकुर विदुषी एव दिवस संचालिका पूजा शर्मा सुगंध सहित अन्य सभी मंच संचालक एवं दिवस संचालक के विशेष सहयोग से छंद विकास का यह प्रथम आयोजित नवरात्रि महोत्सव आज सम्पन्न होने जा रहा है जिसमें समीक्षक समूह में बाबूलाल शर्मा बौहरा विज्ञ, बोधन राम निषाद राज, साखी गोपाल पण्डा, कन्हैया लाल श्रीवास आस, नवनीत चौधरी, डा. कमल वर्मा, कैलाश प्रजापति सुमा, अजय गुप्ता, डा. आदेश कुमार पंकज सहित इंद्राणी साहू साँची, अनिता सुधीर आख्या, चमेली कुर्रे सुवासिता, सरोज दुबे विधा ने कलम की सुगंध छंदशाला में समीक्षा देते हुए मंच को चार चांद लगाने के उत्तम प्रयास किये। परिणाम स्वरूप यह आयोजन सफल हो सका। माँ वीणापाणि को साष्टांग प्रणाम पश्चात मंच पर उपस्थित मुख्य अतिथि वीरेंद्र सिंह चौहान उपाध्यक्ष हरियाणा ग्रन्थ अकादमी का हार्दिक आभार प्रकट करता हूँ जिन्होंने अपने बहुमूल्य समय में से कुंदन सा बहुमूल्य समय मंच को प्रदान कर आप सभी के सृजन का अवलोकन किया और छंद विकास का यह कार्यक्रम पूरे मनोवेग से देखा और सराहा। तत्पश्चात सादर आभार डॉ. अनीता भारद्वाज अर्णव जी का जिन्होंने इस पूरे कार्यक्रम को ध्यान से देखा और अपनी एक बाहरी टीम का गठन करके मंच पर प्रेषित छंदों के शिल्प और सृजन को बराबर समीक्षा कार्य किया जिससे इन छंदों की सार्थकता सिद्ध हो सके ऐसे पी एच डी डॉक्टरेट समूह के द्वारा इस कार्य को करवाया जा रहा है। नमन सहित पुनः आभार इतने श्रेष्ठ कार्य को।

छंदकार बाबूलाल शर्मा बौहरा विज्ञ द्वारा पूर्ण निष्ठा के साथ मंच पर आयोजित प्रत्येक गतिविधि में सम्मिलित होने और बढ़ चढ़ कर भाग लेकर अपने कार्यों को समय पर पूर्ण कर सभी छंदों के नामकरण में अहम भूमिका निभाने का दृश्य हृदय को गदगद तो करता ही है साथ में मंच पर उपस्थित प्रत्येक कवि को समय पर उपस्थित रहने का ज्ञान भी देता है। ऐसे कर्म योगी महा पुरुष बाबूलाल शर्मा बौहरा विज्ञ साहेब का विशेष आत्मीय आभार मंच पर प्रेरणा के केंद्र बिंदु बनकर सभी का मार्ग प्रशस्त करते रहें।


1 विज्ञात छंद आधार वर्ण संख्या 

2 विज्ञात योग छंद आधार मात्रा संख्या 

3 विज्ञात शक्ति छंद आधार मात्रा संख्या 

4 विज्ञात योगशक्ति छंद आधार मात्रा संख्या 


अब समय हो चला है आज के प्रदत्त छंद विषय के नामकरण का जिसका नामकरण माँ सिद्धिदात्री को समर्पित करते हुए उनसे आशीर्वाद की कामना करता हूँ कि जो भी पूर्ण निष्ठा के साथ कलम की सुगंध परिवार के साथ जुड़ते हैं उनकी लेखनी को विशेष लय प्रदान कर उनके सृजन को छंदोबद्ध बनाने की अनुकम्पा करती रहें।

तो माँ सिद्धिदात्री के आशीर्वाद को समर्पित आज का यह छंद जिसका नाम *विज्ञात सिद्धि छंद* (आधार मात्रा संख्या) नाम दिया जाता है।


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  *कलम की सुगंध : छंदशाला,संचालन मंडल*

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*आदरणीय वीरेन्द्र सिंह चौहान, हरियाणा ग्रंथ अकादमी की गरिमामय उपस्थिति में*

*छंद शाला के प्रबुद्ध छंद मर्मज्ञ- श्री बाबू लाल शर्मा बौहरा, विज्ञ , आ, नीतू ठाकुर विदुषी जी*

*आ. इन्द्राणी साहू साँची जी, सुशीला साहू विद्या जी, चमेली कुर्रे सुवासिता जी, कन्हैया लाल श्री वास जी, सरोज दुबे विधा जी, की समीक्षा व आ. अनिता मंदिलवार सपना जी की सहमति से*

*श्री राजकुमार धर द्विवेदी, साखी गोपाल पंडा जी, पूजा शर्मा सुगंध, बोधन राम निषादराज जी,  राधा तिवारी राधेगोपाल जी, धनेश्वरी जी,अनुपमा जी, अभिलाषा जी, अनिता भारद्वाज जी, सुधीर, अर्चना जी, नवनीत जी चौधरी, डाँ. कमल वर्मा जी, की विवेचना, समीक्षा व सहमति के आधार पर एवं पटल के सभी सुधि छंदकारों की इस छंद पर रचनाओं के आधार पर सर्वसम्मति से आज हिन्दी साहित्य हेतु एक नवीन छंद  "विज्ञात सिद्धि छंद"  को सहर्ष मान्यता प्रदान की जाती है।*

छंद--  🦢 *विज्ञात सिद्धि छंद* 🦢

.                 ( मात्रिक छंद)

.                    🦚🦚

छंद आविष्कारक- *श्री संजय कौशिक "विज्ञात"*

आज दिनांक 25.10.2020

सादर,🙏

*बाबू लाल शर्मा, बौहरा, विज्ञ*

.            वास्ते✍

*कलम की सुगंध: छंदशाला*


*विज्ञात सिद्धि छंद*

पर आज सृजन करने वाले रचनाकारों के नाम....  

1. आ. इंद्राणी साहू 'साँची' जीl

2.आ. डॉं आदेश कुमार पंकज जी l

3.आ. कन्हैया लाल श्रीवास जी l

4.आ. रानू मिश्रा जी l

5.आ. कुसुम कोठारी जी l

6.आ. डॉ ओमकार साहू 'मृदुल' जी l

7.आ. धनेश्वरी सोनी 'गुल' जी l

8.आ. सुखमिला अग्रवाल जी l

9.आ. अनुराधा चौहान 'सुधि' जी l

10.आ. पूजा शर्मा 

'सुगंध' जी l

11.आ. अनुपमा अग्रवाल 'वृंदा' जी 

12.आ. अभिलाषा चौहान 'सुज्ञ' जी l

13.आ. गुलशन कुमार साहसी जी l

14.आ. सरोज दुबे 'विधा' जी l

  15.आ. दीक्षा चौबे  जी l

16..आ. सीमा अवस्थी 'मिनि' जी l

17.आ. आरती श्रीवास्तव विपुला जी l

18.आ. धनेश्वरी देवांगन 'धरा' जी l

19.आ. डॉ. कमल वर्मा जी

20.,आ.सौरभ प्रभात जी

21. आ. डॉ मीता अग्रवाल जी

22. आ. दीपिका पाण्डेय जी

23. आ. परमजीत सिंह कहलूरी जी

24. आ. रीना सिंह जी

25. आ. राधा तिवारी 'राधेगोपाल' जी

26. आ. अनिता सुधीर 'आख्या' जी

 *छंद विधान:--*

यह छंद विज्ञात योग छंद और अर्ध विज्ञात शक्ति छंद के योग से लिखना है अर्थात 4 पंक्ति 8 चरण का है यह छंद 

10,8 

10,8 

8,10

8,10 

प्रथम चौकल चतुर्थ पंक्ति के आठवें चरण के अंत में प्रयोग अनिवार्य है। 

चतुर्थ चरण की तुकबंदी पंचम चरण की यति से पूर्व निभानी अनिवार्य है। ( ध्यान रहे पूर्ण चरण प्रयोग नहीं करना न ही वह तुक पुनः प्रयोग करना है केवल तुकबंदी निभानी है)

कुछ बंध उदाहरणार्थ देखें 


बनकर बासन्ती, यादें आती।

फिर पीर हृदय में, घात लगाती।।

राग सुनाती, कोयल ज्यूँ तनकर।

अन्तस् तड़पे, विरहन सी बनकर।।


पाकर वो चिठ्ठी, महक रही है।

कोयल सी बनकर, चहक रही है।

बहक रही है, फिर धुन वो गाकर।

आज पिया की, बस चिठ्ठी पाकर।।


अपना ये झण्डा, देख तिरंगा।

अम्बर भी झुकता, गाती गंगा।।

रिपु बेढंगा, तजता हर सपना।

लहरे झण्डा, जिस पथ पे अपना।।

---------------    *संजय कौशिक 'विज्ञात*


मंच संचालक

*आ. अनिता मंदिलवार सपना जी* 

कलम की सुगंध छंदशाला


मंच पर उपस्थित सभी कवि कवियित्रियों ने शुभकामना संदेश प्रेषित किए और गरूदेव संजय कौशिक 'विज्ञात' जी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए अग्रिम छंद का विधान प्रेषित किया।

7 comments:

  1. बहुत बहुत बधाई

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  2. बहुत बहुत बधाई 💐💐😊😊🙏🙏

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  3. बहुत बहुत बधाई व शुभकामनाएं

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  4. गुरुदेव और पूरे कलम की सुगंध परिवार को ढेर सारी बधाई और शुभकामनाएं पाँचवें छंद के आविष्कार की 💐💐💐💐💐
    1विज्ञात छंद
    2 विज्ञात शक्ति छंद
    3 विज्ञात योग छंद
    4 विज्ञात योग शक्ति छंद
    और विज्ञात सिद्धि छंद
    सभी एक से बढ़कर एक....इनको लिखने में बहुत आनंद आया 👌
    बहुत बहुत आभार गुरुदेव 🙏🙏🙏

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  5. बहुत ही शानदार रहा यह सप्ताह ।

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  6. हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं🌹🌹🌹🌹

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